टाइगर की ताकत सिर्फ़ टाइगर ही जानते है,
कमजोर ही दूसरो की बात मानते है।
जीतने के लिए जिद्दी होना पढता है,
हारने के लिए एक डर ही काफी है।
तेवर तो हम वक़्त आने पर दिखाएंगे,
शहर तुम खरीदोगे,
पर हुकूमत हम चलायेंगे।
मानवता कुछ ज्यादा ही शर्मिंदा है,
जंगल में गिने हुए टाइगर जिन्दा है।
कुत्ते कितना भी भौंके,
कोई फ़रक नहीं पड़ता,
लेकीन शेर की एक दहाड़ से,
पुरा जंगल शांत हो जाता हैं।
कुछ लोग खुद को शेर समझते है,
मगर हम वो इंसान है,
जो शेर को भी कुत्ते जैसा घुमते है।
किसी के पीछे चलो ये मेरी आदत नहीं,
तू मेरे साथ चले ये तेरी औकात नहीं।
ज़रा सा वक़्त क्या बदला नज़र मिलाने लगे,
जिनकी औकात नहीं थी वो सर उठाने लगे।
आज भी हारी हुई बाजी खेलना पसंद है हुम्हे,
क्यूंकि हुम्हे तकदीर से जड़ा खुद पर भरोसा है।
शेर सिखार करने का सपना नहीं देखता,
बस शिकार कर लेता है।
अगर शेर की तरह जीना हैं तो सबसे पहले उसकी तरह निडर बनना सीखो।
शेर जंगल का राजा इसलिए हैं क्योंकि उसके पास शक्ति और बुद्धि दोनों हैं।
शेर कभी भी अपनी ताकत से शिकार नहीं कर पाता उसे अपनी बुद्धि का प्रयोग भी करना पड़ता हैं।
शेर में इतना जिगरा होता हैं की वो मर जायेगा लेकिन घास कभी नहीं खायेगा।
शेर में एक खास बात तो ज़रूर होती है की वह सिर्फ अपनी शर्तों पर ही जीता हैं।
झुंड में शिकार तो कुत्ते करते है, शेर तो केवल अकेला ही काफी होता हैं।
नामुमकिन को जो मुमकिन बना दे वही असली शेर होता हैं।
शेर की तरह अपना जीवन वही व्यक्ति व्यतीत कर सकता हैं जिसे खतरे उठाने से भय ना लगता हो।
इलाका तो कुत्तों का होता हैं, शेर का तो पूरा साम्राज्य होता हैं।
शेर का खौफ ही इतना होता हैं की जानवर तो जानवर इंसान भी उससे डरता हैं।
शेर के आगे सिर्फ वही टिक पाता जिसके पास उस जैसा लड़ने का जिगरा होता हैं।
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