राधा-कृष्ण की प्रेम कभी अधूरी नहीं रही, वो हमेशा साथ रहे उनमें कोई दूरी नहीं रही।

कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी।

प्यार मे कितनी बाधा देखी,  फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी।

हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,  हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,  कुछ असर तो होता है दो आत्मा के मेल का  वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी न होती। राधे राधे

राधा-कृष्णा ही प्रेम की सबसे अच्छी परिभाषा है, बिना कहे जो समझ में आ जाए, प्रेम ऐसी भाषा है।

पलकें झुकें और नमन हो जाये, मस्तक झुके और बंदन हो जाये, ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कान्हा, कि आपको याद करूँ और दर्शन हो जाये। जय श्री राधे कृष्ण

संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्री राधे, शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्री राधे, पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्री राधे, आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्री राधे।

राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था,  दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।

दौलत छोड़ी शोहरत छोड़ी  सारा खजाना छोड़ दिया,  कृष्णा के प्रेम में दीवानों ने , सारा जमाना छोड़ दिया।

हे अर्जुन के सारथी मुझको भी ऐसा ज्ञान दो, तेरे प्रेम की ज्योति को जलाये रखू, ऐसा बरदान दो।

कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता है, खुद को जितना भी रोक लूं, प्यार हो ही जाता है।

अब तो आँखों से भी जलन होती हैं मुझे ए कान्हा, खुलीं हो तो तलाश तेरी और बंद हो तो ख्वाब तेरे।

किसी के पास ego है किसी के पास attitude है,  मेरे पास तो मेरा साँवरीया है वो भी बड़ा cute है।

चारों तरफ फैल रही हैं,  इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं,  साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।

पाने को ही प्रेम कहे, जग की ये है रीत, प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत। जय श्री कृष्णा

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है,  कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है।

श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है।

नन्द का दुलारा, देवकी का प्यारा,  यशोदा की आँख का तारा जय हो तेरी गोकुल के ग्वाला,  पीड़ा हरो हम सबकी अब तो दर्श दिखाओ भगवन,  जय हो जय नटखट नन्द लाला

श्याम तेरे मिलने का सत्संग ही बहाना है, दुनिया वाले क्या जाने ये रिश्ता पुराना है।

राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण, चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण, दुनिया तो फिर भी यही कहती है, राधे कृष्ण राधे कृष्ण।

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