Labour Day 2023 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस, जानें इसकी पूरी कहानी और इतिहास
1 मई मजदूर दिवस के दिन को हम श्रमिकों के लंबे संघर्ष के लिए याद करते हैं, उचित व समान वेतन, संगठित होने व अपनी आवाज सुने जाने के अधिकार के लिए याद करते हैं।
दुनिया के कई देशों में 1 मई के दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
यह दिन दुनिया के मजदूरों और श्रमिक वर्ग को समर्पित है। आज मजदूरों व श्रमिक वर्ग की उपलब्धियों को और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को सलाम करने का दिन है
अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस आज की दुनिया के निर्माण में श्रमिकों के योगदान और बलिदान को दर्शाता है।
मजदूर दिवस या मई दिवस को मनाने की परंपरा 137 साल से चली आ रही है
भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। यही वह मौका था जब पहली बार लाल रंग झंडा मजदूर दिवस के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया गया था
यह भारत में मजदूर आंदोलन की एक शुरुआत थी जिसका नेतृत्व वामपंथी व सोशलिस्ट पार्टियां कर रही थीं
नियाभर में मजदूर संगठित होकर अपने साथ हो रहे अत्याचारों व शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।