दो फीट तक यमुना के पानी में डूबीं ताजमहल की दीवारें, आगरा की 28 कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा

ताजनगरी आगरा में भी यमुना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है

ताजनगरी आगरा में भी यमुना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है

आगरा (Agra) स्थित विश्वप्रसिद्ध ताजमहल (Taj Mahal) की दीवारों तक यमुना नदी का पानी पहुंच गया है. यमुना का पानी करीब 45 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ चुका है.

हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का कहना है कि बढ़े हुए जलस्तर से ताजमहल को कोई खतरा नहीं है

उल्लेखनीय है कि ताजमहल की दीवार तक यमुना का पानी केवल 1978 और 2010 में पहुंचा था.

अधिकारियों के अनुसार, यमुना का जलस्तर 499 फीट के 'मध्यम बाढ़ स्तर' को पार कर गया है.

मंगलवार को यहां जलस्तर 499.97 फीट तक पहुंच गया

जिसके कारण पानी ताजमहल की दीवारों के करीब आ गया और स्मारक के पीछे बना बगीचा जलमग्न हो गया

वर्ष 1978 की बाढ़ में पानी स्मारक के तहखाने के कमरों में घुस गया था.’’

मुख्य मकबरा एक ऊंचे चबूतरे पर बना है. यह चमेली फर्श पर खड़ा है, और इसकी नींव में 42 कुएं हैं

और कुओं के ऊपर साल की लकड़ियों की संरचना हैं.’’

अधिकारी ने बताया कि चमेली फर्श लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बनाया जाता है.

यमुना के बढ़े जलस्तर को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है

ताजगंज श्मशान और पोइयाघाट दोनों पूरी तरह जलमग्न नजर आ रहे हैं.

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