– महानदी प्रणाली ओडिशा राज्य की सबसे बड़ी नदी और प्रायद्वीपीय भारत की तीसरी सबसे बड़ी (गोदावरी और कृष्णा नदी के बाद) नदी है।

– इस नदी का जलग्रहण क्षेत्र छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र तक विस्तारित है।

ivillagenetwork.com

– इसका बेसिन उत्तर में मध्य भारत की पहाड़ियों, दक्षिण और पूर्व में पूर्वी घाट तथा पश्चिम में मैकाल पर्वतमाला से घिरा है।

प्राचीनकाल में महानदी का नाम चित्रोत्पला[क] था। महानन्दा एवं नीलोत्पला भी महानदी के ही नाम हैं।

ivillagenetwork.com

महानदी का प्रवाह दक्षिण से उत्तर की तरफ है। सिहावा से निकलकर राजिम में यह जब पैरी और सोढुल नदियों के जल को ग्रहण करती है तब तक विशाल रूप धारण कर चुकी होती है।

ऐतिहासिक नगरी आरंग और उसके बाद सिरपुर में वह विकसित होकर शिवरीनारायण में अपने नाम के अनुरुप महानदी बन जाती है।

छत्तीसगढ़ में महानदी के तट पर धमतरी, कांकेर, चारामा, राजिम, चम्पारण, आरंग, सिरपुर, शिवरी नारायण और ओड़िशा में सम्बलपुर, बलांगीर, कटक आदि स्थान हैं

तथा पैरी, सोंढुर, शिवनाथ, हसदेव, अरपा, जोंक, तेल आदि महानदी की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।

ivillagenetwork.com

– यह छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िले में सिहावा के निकट निकलती है।

ivillagenetwork.com

ivillagenetwork.com

1 2 3 4 . . . . . . . .

– महानदी जल विवाद:केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में महानदी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया।

ivillagenetwork.com

– महानदी पर प्रमुख बाँध/परियोजनाएँ:हीराकुंड बाँध: यह भारत का सबसे लंबा बांँध है। रविशंकर सागर, दुधावा जलाशय, सोंदूर जलाशय, हसदेव बांगो और तांडुला अन्य प्रमुख परियोजनाएँ हैं।

– शहरी केंद्र:बेसिन में तीन महत्त्वपूर्ण शहरी केंद्र रायपुर, दुर्ग और कटक हैं।

ivillagenetwork.com

ivillagenetwork.com

उद्योग: – महानदी बेसिन, अपने समृद्ध खनिज संसाधन और पर्याप्त विद्युत संसाधन के कारण एक अनुकूल औद्योगिक पारितंत्र है।

– मुख्य रूप से कृषि उत्पादों पर आधारित अन्य उद्योग चीनी और कपड़ा मिलें हैं।

ivillagenetwork.com

ivillagenetwork.com

– कोयला, लोहा और मैंगनीज का खनन अन्य औद्योगिक गतिविधियाँ हैं।

1 2 3 4 . . . . . . . .

1 2 3 4 . . . . . . . .

अत्यंत प्राचीन होने के कारण महानदी का इतिहास पुराण श्रेणी का है।

1 2 3 4 . . . . . . . .

1 2 3 4 . . . . . . . .

ऐतिहासक ग्रंथों के अनुसार महानदी और उसकी सहायक नदियाँ प्राचीन शुक्लमत पर्वत से निकली हैं।

1 2 3 4 . . . . . . . .

इसका प्राचीन नाम मंदवाहिनी भी था ऐसा उल्लेख न केवल इतिहासकार ही नहीं बल्कि भूगोलविद भी करते हैं।

1 2 3 4 . . . . . . . .

महानदी के सम्बंध में भीष्म पर्व में वर्णन है जिसमें कहा गया है कि भारतीय प्रजा चित्रोत्पला का जल पीती थी।

र्थात महाभारत काल में महानदी के तट पर आर्यो का निवास था। रामायण काल में भी पूर्व इक्ष्वाकु वंश के नरेशों ने महानदी के तट पर अपना राज्य स्थापित किया था।

next stori हैरान करने वाले है गोदावरी नदी के इतिहास को लेकर मिले...

thanks for watching

1 2 3 4 . . . . . . . .