पलकों में सजा लूं अपनी एक नयी दुनिया पहन हाथों में कंगन सजा माथे पर बिंदिया
बहारों के संग नाचूं मैं बहारे बन जाऊं पहनकर जोड़ा में लाल में तेरी हो जाऊं
सजा लूं खुशियों का खरोदा में खुश हो जाऊं तेरे संग ख्वाबो की दुनिया सजा, तेरी हो जाऊं
तेरी चूड़ियों की खनक से उड़ गयी रातों की नीद मेरी इश्क ए -मोहब्बत तूं बता, कैसे फना हूं मैं तुझमें
चांदनी को जब चांद के साथ अम्बर में मेने देखा तेरे मिलन की चाहत में सनम में रात भर जागा
कट रही है जिन्दगी इसी उम्मीद में तुम लोटकर आओगी हकीकत में ना सही सनम ए इश्क एक दिन मेरे ख्वाब में
आईने में नज़र आई जब सूरत तेरी प्यारी प्यारी करके दीदार अपनी मोहब्बत का में ख्वाब सजा बैठा
तेरी पाजेब के घूघरू की खनक पड़ती है मेरे कानों में में दौड़ पड़ता हूं तेरी गलियों के मयखानों में
तुम अंग्रेजी बोलते फर्राटेदार हम हिंदी के गंवार जिन्दगी में दोनों का मेल फिर कैसे बनता
तुम सौदे करने में माहिर हैसियत दिखा रहे सौदों के बाज़ार में प्यार का व्यापार कैसे चलता