ना ज्यादा ना कम जैसे आपकी सोच वैसे हम !

ये मत सोचना के आस छोड़ दी है, बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है !!

पहचान तो सबसे है हमारी, लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है !

मुझे इस दुनिया से कोई हमदर्दी नहीं है। हम अपनी धुन में चलने वाले परिंदे हैं।

सरीफ है हम किसी से लड़ते नहीं पर जमाना जानता है किसी के बाप से डरते नहीं

हम दुनिया से अलग नहीं, हमारी दुनिया ही अलग है...

मत पूछ मेरे नाम की पहचान कहाँ तक है, तू बदनाम कर तेरी औकात जहाँ तक है।

हमारा नाम और काम दोनों इतने खतरनाक है की नाम से लोग डरते हैं और काम से दुनिया !

हम दुनिया से अलग नहीं, हमारी दुनिया ही अलग है...

मुझे इस दुनिया से कोई हमदर्दी नहीं है। हम अपनी धुन में चलने वाले परिंदे हैं।

लाख बुरे है हम तुम तो अच्छे बनो

हम ATTITUDE वही दिखाते है जहाँ  लोग अपनी औकात दिखाते है