टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए पांचों यात्रियों की मौत
एक दिन पहले अमेरिकी तटरक्षक ने कहा था कि जहां टाइटैनिक का मलबा है, वहीं पनडुब्बी का मलबा मिला है।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह मलबा लापता पनडुब्बी से जुड़ा है या नहीं।
टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए यात्री अब हमारे बीच नहीं रहे।
गुरुवार को पनडुब्बी की कंपनी ओशन गेट ने कहा कि पांचों यात्रियों की मौत हो गई है।
हमें इन लोगों की जान जाने का बहुत दुख है।
दरअसल, पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में अप्रैल 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज के मलबे को दिखाने ले गई थी।
यात्रियों के बारे में पनडुब्बी के मालिक ने कहा कि यात्री सच्चे खोजकर्ता थे। यात्रियों में साहस और महासागरों की खोज के लिए जुनून था।
बता दें, पनडुब्बी रविवार सुबह छह बजे उत्तर अटलांटिक में अपनी यात्रा पर रवाना हुई थी।
उस समय चालक दल के पास चार दिन की ऑक्सीजन थी।
अभियान में 96 घंटे बीत चुके थे और पनडुब्बी में ऑक्सीजन खत्म हो गई थी।
पनडुब्बी में टाइटैनिक जहाज के अवशेष को देखने के लिए पांच सदस्यों को ले जाने की क्षमता थी।
इसमें सवार एक यात्री ब्रिटिश व्यवसायी हैं। व्यापारी हामिश हार्डिंग (58) एविएटर, अंतरिक्ष पर्यटक और दुबई स्थित एक्शन एविएशन के अध्यक्ष थे।
हामिश हार्डिंग वही शख्स थे, जिन्होंने नामीबिया से चीता लाने की परियोजना में भारत सरकार का सहयोग किया था।
लापता पनडुब्बी में सवार लोगों में से एक स्टॉकटन रश की शादी उन दो प्रथम श्रेणी के यात्रियों के वंशज से हुई, जिनकी 1912 में टाइटैनिक हादसे में मौत हो चुकी है।
इससे पहले टाइटैनिक का मलबा देख चुके जर्मनी के सेवानिवृत्त कारोबारी आर्थर लोइबल ने दो साल पहले की इस रोमांचकारी यात्रा को ‘कामीकेज (आत्मघाती) अभियान’ बता चुके हैं।
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