भारत अपने चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ़्ट लैंडिंग करने में कामयाब हो गया है. . नासा से लेकर ऑस्ट्रेलियाई स्पेस एजेंसी और दुनियाभर के नेता भारत और इसरो को शुभकामनाएं दे चुके हैं.

भारती की इस कामयाबी की चर्चा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी ख़ूब हो रही है. पाकिस्तान के लोग अपने मुल्क की सरकार और व्यवस्था को कोस रहे हैं. भारत की इस उपलब्धि की पाकिस्तान के लोग तारीफ़ भी कर रहे हैं.

कई पाकिस्तानियों का कहना है कि मुल्क बनने के बाद पाकिस्तान अंतरिक्ष के क्षेत्र आगे था लेकिन अब वो काफ़ी पिछड़ गया है.  इसके पीछे पाकिस्तान की राजनीतिक उठापटक को लोग ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं.

चंद्रयान मिशन पर सबसे ज़्यादा चर्चा पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फ़वाद चौधरी के ट्वीट की थी.  फ़वाद चौधरी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग को पाकिस्तान में लाइव दिखाने की बात कही. 

पाकिस्तान की न्यूज़ वेबसाइट फ्राइडे टाइम्स ने चंद्रयान-3 की कामयाबी से पहले विज्ञान के प्रोफ़ेसर डॉ सलमान हामीद का एक लेख 'चंद्रयान-3 और पाकिस्तान' शीर्षक से छापा है

एक स्थानीय शख्स ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, "इंडिया हमसे थोड़ा नहीं, बहुत आगे है. पहले इंडिया हमसे पीछे था. बांग्लादेश को आप देख लें. इनके सेटेलाइट हमसे बहुत आगे हैं. 

एक स्थानीय बुज़ुर्ग ने कहा, "इंडिया की सैटेलाइट चाँद तक तो क्या,(मंगल ग्रह) तक भी पहुँच सकती है. उनकी नीतियां ऐसी हैं कि वो मुल्क के लिए सोचते हैं जबकि हमारे यहाँ हुक्मरां अपने लिए,  सोचते हैं."

 "चांद पर गैस, बिजली, पानी, न्याय, क़ानून व्यवस्था, संविधान, मानवाधिकार वगैराह कुछ भी नहीं है. पाकिस्तान में भी नहीं है. तो फिर ये तुलना किस बात की? हम बराबर हैं.

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