बच्चों को बार-बार प्यास लगती है तो कराएं अनार का सेवन (Anar Benefits in Treating Excessive Thirst in Children in Hindi)
– एनीमिया, और पीलिया रोग के उपचार के लिए 250 मिली अनार के रस में, 750 ग्राम चीनी मिलाकर चाशनी बना लें। इसे दिन में 3-4 बार सेवन करें। इससे एनीमिया, और पीलिया में फायदा होता है।
अनेक लोगों को थकान, और कमजोरी की शिकायत रहती है। ऐसे लोग 20 ग्राम अनार के ताजे पत्ते लेकर, 400 मिली पानी में उबाल लें। जब पानी 100 मिली शेष रह जाएं, तो इसमें गर्म दूध मिलाकर पिएं।
– यह एक एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम कर सकता है
– यह एक एंटी-प्रोलिफेरेटिव हो सकता है (शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने को रोकता है)
अनार में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं। अनार के जूस में अन्य फल के जूस से ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होता है।
अनार का जूस कैंसर पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। प्रोस्टेट कैंसर सेल्स को रोकने के लिए अनार के जूस का सेवन करना चाहिए। ये कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकता है।
अनार का जूस आंतों की सूजन को कम करके पाचन में सुधार कर सकता है। हालांकि दस्त रोगियों को अनार का जूस का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
अनार का जूस जोड़ों के दर्द, अन्य प्रकार की गठिया के दर्द व सूजन में फायदेमंद होता है।
अनार का जूस दिल की बीमारी के लिए फायदेमंद है। दिल और धमनियों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए अनार के जूस का सेवन की सलाह दी जाती है।
अनार (पोमेग्रेनेट) में मौजूद पोटेशियम ब्लड वेसल (रक्त वाहिकाओं) की कठोरता को कम करने में मदद कर सकता है
अनार (पोमेग्रेनेट) आयरन से भरपूर होता है इसलिए यह हमारे इम्यून सिस्टम की मदद कर सकता है।
ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए अनार का जूस फायदेमंद माना जाता है।