नाभि पर तिल का तेल लगाने से शरीर में अगर वात दोष बढ़ा हुआ है तो वह शांत (vat dosh ke lakshan) होता है.
. इससे मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से संबंधित समस्याएं काफी हद तक की जा सकती हैं.
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. रात को नाभि पर तिल का तेल (Sesame Oil) लगाने से कुछ दिनों में वात दोष से आपको जरूर राहत मिल सकती है.
तिल का तेल हेल्दी डाइजेशन को प्रोत्साहित करने के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में काम करता है। यह बैक्टीरिया के इंफेक्शन और पेट के संक्रमण के इलाज में भी सहायक है।
यह कब्ज दूर करने में भी मदद करता है। इस प्रकार, नाभि में तिल का तेल लगाने से भी डाइजेशन में सुधार करने में मदद मिल सकती है
नाभि में तिल का तेल लगाने से बहुत अधिक लाभ मिलते हैं। · कॉटन की मदद से तिल के तेल की कुछ बूंदें लें और नहाने के बाद इन्हें धीरे
जोड़ों के दर्द में फायदेमंद · सर्दी-जुकाम में फायदेमंद · इंफेक्शन होते हैं दूर · पाचन क्रिया में होता है सुधार · त्वचा पर आता है निखार.
नाभि में तेल लगाने से होते हैं सेहत को कई सारे फायदे · जोड़ों के दर्द में आराम · खांसी
जुकाम में फायदेमंद · सुधरता है पाचन · चेहरे की चमक बढ़ती है.
-नाभि पर सरसो तेल लगाने से पिंपल्स और दाग-धब्बे ठीक होते है। -नाभि पर सरसो तेल लगाने से हमारा पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
जैसा कि हमने बताया कि नाभि को शक्ति का केंद्र माना जाता है इससे शरीर की कई न से जुड़ी होती हैं। ऐसे में रोजाना नाभि पर तिल का तेल ..
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