सब कुछ खत्म हो गया
अब बची है सिर्फ ये सांसें
जो तेरा अब भी इंतजार करती है।
ये आंखें तेरा ही
इंतज़ार करती हैं
ये अब भी तुझ से
ही प्यार करती है।
सब कुछ खत्म हो गया
अब बची है सिर्फ ये सांसें
जो तेरा अब भी इंतजार करती है।
ये आंखें तेरा ही
इंतज़ार करती हैं
ये अब भी तुझ से ही प्यार करती है।
तुम तो चले गए
साथ अपने सबकुछ लेके चले गए,
अब बस ये सांसें बची हुई हैं
ये भी तो लेके चले गए होते।
अपनों का ना साथ मिला,
प्रेम में भी आघात मिला,
औरों के दिन होते होंगे,
मुझे रात का साथ मिला।
एकाकी जीवन के पथ पर,
एक अनजाना सा हाथ मिला,
बेकार में खुदकुशी करने वालों
मौत आए बग़ैर ही मरने वालों
इस चमन में फूल मुश्किल से खिला है
ये मनुष्य जीवन मुश्किल से ही मिला है
हर दिल है नफ़रतों के लहू से भरा हुआ
जो था मुहब्बतों का जिगर वो नहीं मिला
हिंद के लिए जिन्होंने,
अपनी जान वार दी,
उन वीर पुरुषों की, यह गाथा है,
अलग-अलग नाम थे उनके,
कर्म उनका बस एक था,
भारत की धरती पर, जनमेजय बीर बली,
आज महफिल रंगीन है,
लाल सुर्ख रंगों से, आज मुलाकात है,
इस फूल की पंखुड़ियों में,
अलग ही कुछ बात है,
जरा जरा प्यार का,
खुद ब खुद बयां करती है,
हस्ती इसकी ईश्वर ने,
कितनी खूबसूरत बनाई है,
पहला सुख निरोगी हो काया।
दूसरा सुख घर में हो माया।।
तीसरा सुख सतवंती हो नारी।
चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी।।
पांचवा सुख सदन हो अपना।
छठवा सुख वाहन हो अपना।।
सातवां सुख सभी भाई सुखी हो।
हर उम्र का एक दौर था
बचपन यादों का दौर था
जबानी मेहनत का दौर था
next story
तेरे ही नाम से जाना जाता हूँ मैं, ना जाने ये...
Learn more