टिपर की जिस ओनरशिप पर करोड़ों का जुर्माना उसे ही मिल गया ट्रैक्टर का टेंडर

ivillagenetwor न्यूज़ बीकानेर। 03 अक्टूबर 2023 :सोमवार से शहर में 60 ट्रैक्टर शहर भर से कचरा उठाना शुरू कर चुके हैं। टेंडर उसी कंपनी ओनर को मिला जिसके शहर भर में टिपर दौड़ रहे हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि फर्म का नाम बदला हुआ है। हालांिक टिपर का टेंडर ज्वाइंट वेंचर था। टेंडर में लागत इस बार 160 से बढ़कर 180 रुपए प्रति ट्रैक्टर हो गई। इन 60 में 10 ट्रैक्टर मुख्य मार्गों का कचरा उठाएंगे। शेष 50 ट्रैक्टर वार्डों में लगेंगे।
दरअसल नगर निगम के माध्यम से ट्रैक्टर ट्रॉली से उठने वाले कचरे, मिट्टी और नाली शिल्ट आदि की व्यवस्था लंबे समय से अटकी हुई थी। दिसंबर 2020 में नगर निगम ने टेंडर जारी किया था। लगातार प्रशासनिक एवम तकनीकी दिक्कतों के कारण नया टेंडर नहीं हो पाया। 2 साल 9 महीने से एक ही फर्म से काम लिया जाता रहा। आखिरकर गांधी जयंती पर शहर के 80 वार्डों, मुख्य मार्गों से कचरा परिवहन के लिए 60 ट्रैक्टर ट्रॉली से काम लेना शुरू कर दिया। वल्लभ गार्डन डंपिंग यार्ड के पास मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने हरी झंडी दिखाकर सभी ट्रैक्टर ट्रालियों को वार्डों में कचरा परिवहन के लिए रवाना किया। ट्रैक्टर ट्रॉली में मिट्टी, ढेरियां, नाली की शील्ट, झाड़ समेत तमाम कचरा डंपिंग यार्ड लाया जाएगा।
फिलहाल प्रति ट्रैक्टर 3 ट्रिप प्रतिदिन की व्यवस्था की गई है। इस बार ट्रैक्टर की प्रति ट्रिप पर लागत भी बढ़ गई। 2020 में जो टेंडर हुआ था उसमें 720 रुपए के करीब प्रति ट्रिप थी लेकिन अब 905 रुपए प्रति ट्रिप बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर फर्म वाली ओनरशिप पर टिपर में पांच करोड़ रुपए से ऊपर का जुर्माना लगाया गया था।
जुर्माना तभी लगता है जब काम में हीलाहवाली हो। बावजूद इसके उसी ओनर ने दूसरी फर्म से ट्रैक्टर टेंडर ले लिया। हालांकि टिपर पर लगे जुर्माने का मामला अब डीएलबी में विचाराधीन है। इधर मेयर ने हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सफाई अभियान को तवज्जो दी है।
इसीलिए दो अक्टूबर को सफाई का विशेष अभियान चला। निगम ने भी इसी दिन ट्रेक्टर उतारकर शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाया है। इस मौके पर कंपनी के डायरेक्टर राजेंद्र जाखड़, हरी जाखड़, कंपनी के अधिकारी सुपरवाइजर, निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।